आर्य लोगों को हिंदुओं का पूर्वज माना जाता है। आर्य लोग इस भूमि के प्राचीन निवासी थे और हड़प्पा और मोहन-जो-दड़ो सभ्यताएं आर्य सभ्यता का ही हिस्सा थीं, ऐसा पाठ कुछ समय से बहुत मजबूती से पढ़ाया जाता रहा है।
आर्य बाहर से आए थे या फिर वे हड़प्पावासी ही थे? जानें इतिहास का सच!
- इतिहास का सच
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- 4 Apr, 2024

एनसीईआरटी ने 12वीं के इतिहास की पुस्तक में आर्यों के उद्गम स्थल और हड़प्पा सभ्यता को लेकर बड़ा दावा कर दिया है। जानिए, इतिहास की घटनाएँ किस ओर इशारा करती हैं- क्या आर्य बाहर से आए थे या फिर वे हड़प्पा सभ्यता में निवास करने वाले ही लोग थे?
इतिहास के इस ‘हिंदू पहले’ संस्करण पर मुहर लगाने के लिए मोदी सरकार ने एक समिति नियुक्त की है। इसका उद्देश्य ऐसी रिपोर्ट तैयार करना है, जो शालेय पुस्तकों के पाठ्यक्रम का आधार बन सके। सरकारी दस्तावेजों में इस समिति को ‘12000 वर्षों पहले भारतीय सभ्यता के उद्गम और उत्क्रांति का समग्र अध्ययन और विश्व की अन्य सभ्यताओं के साथ उसका समागम’ का नाम दिया गया है। सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा ने इस समिति की घोषणा करते हुए कहा कि आम प्रचलित सोच है कि मध्य एशिया से लोग भारत में कुछ 4000 वर्ष पहले ही आए हैं, इस सोच विचार पर सवाल उठाने की जरूरत है। इस समिति में अध्ययन का जो प्रमुख केंद्र है, वह पहलू है, आर्यों का उद्भव और प्राचीन भारतीय इतिहास का अध्ययन।