छावा फिल्म के बहाने औरंगजेब और शिवाजी के बड़े बेटे संभाजी की लड़ाई को धार्मिक लड़ाई बताकर प्रचारित किया जा रहा है। लेकिन इतिहास तो हमे कुछ और ही बताता है। वरिष्ठ पत्रकार अफसर अहमद ने जाने-माने इतिहासकार जदुनाथ सरकार की किताब को खंगाला और उस आधार पर बता रहे हैं औरंगजेब और संभाजी की सत्य कहानीः
लद्दाख में शिवाजी की प्रतिमा लगाने का विरोध हो रहा है। प्रतिमा हालांकि सेना ने लगाई है लेकिन समझा जा सकता है कि सेना ने यह कदम क्यों और किसके आदेश पर उठाया होगा। लद्दाख के एक्टिविस्टों का कहना है कि यह लद्दाखी संस्कृति का अपमान है। प्रतिमा लगाने से पहले स्थानीय लोगों को सेना ने विश्वास में नहीं लिया।