बीजेपी ने तेलंगाना में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को बिगुल बजा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी नेताओं के साथ राज्य में सत्ता बदलने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने अपने भाषण में भाग्यनगर का ज़िक्र कर हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने की पुरानी मांग की बहस को फिर से हवा दी है।
प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर तो यह नहीं कहा कि नाम बदला जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने कहा कि यह भाग्यनगर में था कि स्वतंत्रता सेनानी सरदार पटेल ने 'एक भारत' शब्द गढ़ा था। कार्यकारिणी की बैठक के बाद भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने हैदराबाद में प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, 'पीएम मोदी ने कहा कि हैदराबाद भाग्यनगर है जो हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। सरदार पटेल ने अखंड भारत की नींव रखी और अब इसे आगे ले जाने की जिम्मेदारी भाजपा की है।'
आरएसएस और भाजपा के कई नेता हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने की मांग करते रहे हैं। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जाएगा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, 'जब राज्य में बीजेपी सत्ता में आएगी, तो मुख्यमंत्री कैबिनेट सहयोगियों के साथ मिलकर इसका फैसला करेंगे।'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2020 में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम या जीएचएमसी चुनाव के दौरान बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के दौरान 'हैदराबाद को भाग्यनगर में बदलने' के लिए पार्टी को वोट देने का आग्रह किया था।
प्रधानमंत्री मोदी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने पहुँचे थे। मोदी ने कहा कि तेलंगाना में बदलाव के मूड को भांपते हुए बीजेपी ने हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फ़ैसला किया है।
उन्होंने कहा, "जिस तरह हैदराबाद स्टार्टअप्स को आगे बढ़ने का मौक़ा देता है, उसी तरह बीजेपी इस देश के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। तेलंगाना को बीजेपी के 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे के अनुसार विकसित होना चाहिए।"
प्रधानमंत्री ने यह भी गिनाया कि तेलंगाना को उनकी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से कैसे लाभ हुआ। उन्होंने मुफ्त कोविड -19 टीके, गैस सिलेंडर, धान की खरीद और बुनियादी ढांचे के विकास आदि का ज़िक्र किया।
Lively atmosphere in Hyderabad. Addressing a rally. https://t.co/CKJfZ6QmD7
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2022
बता दें कि बीजेपी ने रविवार को हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान जो प्रस्ताव पारित किया है उसमें उसकी उन कुछ राज्यों पर नजरें हैं जहाँ घुसना पार्टी के लिए अब तक बेहद कठिन रहा है। पश्चिम बंगाल में पिछले चुनावों में तो उसने ऐसा प्रचारिक किया था कि वहाँ अब उसकी सरकार बनने वाली ही है, लेकिन ममता बनर्जी की टीएमसी ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
बीजेपी ने इस बैठक में प्रस्ताव पास किया है कि बीजेपी तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जल्द ही सरकारें बनाएगी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मीडिया कर्मियों के सामने कुछ जानकारी साझा की है। उनके अनुसार, उस राजनीतिक प्रस्ताव का प्रस्ताव करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगले 30 से 40 साल बीजेपी का युग होगा और भारत एक 'विश्व गुरु' बन जाएगा।
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