हैदराबाद लोकसभा सीट पर सोमवार 13 मई को वोट डाले जा रहे हैं। भाजपा की हैदराबाद उम्मीदवार माधवी लता ने आजमपुर के मतदान केंद्र पर कुछ मुस्लिम महिलाओं के पहचानपत्र चेक करने पहुंचीं। वीडियो वायरल हुआ तो विवाद में आ गईं। हैदराबाद के कलेक्टर ने बताया कि मालकपेट पुलिस स्टेशन में भाजपा की उम्मीदवार माधवी लता के खिलाफ आईपीसी की धारा 171सी, 186, 505(1)(सी) और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 132 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मतदान केंद्र पर हैदराबाद से BJP प्रत्याशी माधवी लता ने मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटाकर Voter ID कार्ड चेक किया, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो। #MadhviLata #Hyderabad #BJP #AsaduddinOwaisi #LokSabhaElection2024 #LokSabhaPolls2024 pic.twitter.com/JpoCkJsvb2
— Manchh (@Manchh_Official) May 13, 2024
जब विवाद बढ़ा तो उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई पर बयान दिया कि ''मैं एक उम्मीदवार हूं। कानून के अनुसार उम्मीदवार को फेसमास्क के बिना आईडी कार्ड की जांच करने का अधिकार है। मैं पुरुष नहीं हूं, मैं एक महिला हूं और बहुत विनम्रता के साथ मैंने उनसे केवल इतना अनुरोध किया है - क्या मैं देख सकती हूं और आईडी कार्ड से सत्यापित कर सकती हूं। अगर कोई इसे बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है, तो इसका मतलब है कि वे डरे हुए हैं…।” इसके बाद माधवी लता वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों को इसी मुद्दे पर धमकाने लगीं।
वीडियो सामने आने के बाद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। हैदराबाद सीट पर एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा की माधवी लता के बीच मुकाबला है। ओवैसी ने पिछले लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। लता ने आजमपुर मतदान केंद्र के अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि वे पहचान पत्रों की ठीक से जांच करें और उसके बाद ही किसी को वोट डालने दें। बाद में उन्होंने दावा किया कि आजमपुर की मतदाता सूची में काफी गड़बड़ियां थीं और कई मतदाताओं के नाम गायब थे।
हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार विभिन्न मतदान केंद्रों पर मुस्लिम महिला मतदाताओं का खुलेआम अपमान कर रही हैं। वह उनके चेहरे और पहचान पत्र की जांच कर रही हैं, जिससे स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान में बाधा आ रही है, मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है
— Waris Pathan (@warispathan) May 13, 2024
हम @ECISVEEP से… pic.twitter.com/eSBnWMChdH
@ECISVEEP से अनुरोध करते हैं कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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