तेलंगाना का शिक्षा जगत स्तब्ध है। छात्र ही नहीं, अभिभावक, शिक्षक और दूसरे लोग भी गमगीन, शांत और परेशान हैं, वे क्षुब्ध भी हैं। तेलंगाना में इंटरमीडिएट परीक्षा में गड़बड़ी होने की वजह से 22 छात्रों ने ख़ुदकुशी कर ली है, जिससे ऐसा लगता है मानो पूरी शिक्षा व्यवस्था ही फेल हो गई है। कॉरपोरेट शिक्षा व्यवस्था, अभिभावकों की अपेक्षाएँ और उस बोझ को ढोने में नाकाम छात्रों की निराशा को राज्य की लुंजपुंज परीक्षा प्रणाली और लापरवाही ने कई गुणा बढ़ा दिया। लेकिन इतनी बड़ी घटना पर देश में कोई हलचल नहीं हुई है, टेलीविज़न चैनलों पर इस पर कोई बहस नहीं हो रही है, सोशल मीडिया भी चुप है, मानो यह कोई बड़ी बात नहीं है। इससे कई सवाल खड़े होते हैं।