क्या देश के बड़े हिस्से में ज़मीन के अंदर पानी का स्तर इस तरह नीचे गिर चुका है कि पीने के लिए पानी वहाँ से नहीं निकाला जा सकता? क्या अब पानी भी प्राकृतिक रूप से सब जगह मिलने वाली चीज नहीं रहेगी, बल्कि तेल, दूध या कोयले की तरह उसे एक जगह से दूसरी जगह ट्रेन से भेजा जाएगा? यह भविष्य की भयावह तसवीर नहीं रही, सच्चाई बन चुकी है।
पानी के लिए हाहाकार, अब ट्रेन से जाएगा पीने का पानी
- तमिलनाडु
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- 12 Jul, 2019
पीने के पानी निकट भविष्य का सबसे बड़ा संकट बनने जा रहा है। हाल यह है कि दूध और तेल की तरह पानी भी ट्रेन से भेजा जाएगा। एक करोड़ लीटर पानी लेकर एक ट्रेन जोलारपेट से चेन्नई भेजी गई है।
