अपने मंत्री की गिरफ्तारी के बाद तमिलनाडु के सीएम एम. स्टालिन ने केंद्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त हमला बोल दिया है। स्टालिन ने कहा कि 2024 में जनता इसका जवाब देगी। स्टालिन ने इसी बहाने विपक्षी एकता पर जोर दिया है। स्टालिन ने गिरफ्तार मंत्री वी. सेंथिल बालाजी से अस्पताल में जाकर मुलाकात की। डाक्टरों ने सेंथिल की बाईपास सर्जरी की जरूरत बताई है। क्योंकि उनकी नसें ब्लॉक हैं।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन मंत्री सेंथिल बालाजी से मिलने के लिए चेन्नई के ओमांदुरार सरकारी अस्पताल मिलने गए। सेंथिल पूछताछ के दौरान बीमार पड़ गए थे। स्टालिन ने एक बयान जारी कर कहा कि ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान सेंथिल बालाजी को इस हद तक परेशान किया कि उन्हें सीने में दर्द हुआ। स्टालिन ने कहा कि सेंथिल बालाजी जांच अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे थे, लेकिन उन पर इतना दबाव डाला गया कि उनके सीने में दर्द होने लगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी लंबी जांच की क्या जरूरत थी जब उनके मंत्री अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे थे। स्टालिन ने पूछा कि क्या ईडी अधिकारियों को ऐसी अमानवीय कार्रवाई की छूट है। मुख्यमंत्री ने कहा, "जो भी मामला है, सेंथिल बालाजी कानूनी रूप से इसका सामना करेंगे। हम मजबूती से अपने राजनीतिक रुख पर कायम रहेंगे। डीएमके कानूनी रूप से इस मामले का सामना करेगी।"
स्टालिन ने कहा, डीएमके बीजेपी के डराने-धमकाने से नहीं झुकेगी। लोग इस तरह के उत्पीड़न को देख रहे हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में इसका करारा जवाब देंगे।"
सेंथिल बालाजी की पत्नी एस. मेघला ने बुधवार को अपने पति की गिरफ्तारी के खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करते हुए कहा कि उन्हें सेंथिल की गिरफ्तारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
स्टालिन पर नजरें
दरअसल, 2024 आम चुनाव के लिए स्टालिन विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हुए हैं। स्टालिन 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्ष के गठबंधन को तैयार करने में एक प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं। वह पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिल चुके हैं और विपक्षी नेताओं की एक बड़ी बैठक 23 जून को पटना में होगी। आज पूरे विपक्ष ने तमिलनाडु के मंत्री की गिरफ्तारी की निन्दा की है। सभी विपक्षी दल स्टालिन और डीएमके के साथ खड़े हो गए हैं। पटना बैठक अब तमिलनाडु की घटना के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो गई है। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे आदि ने आने की सहमति दे दी है। हालांकि स्टालिन ने भी तक पटना बैठक में जाने की घोषणा नहीं की है, लेकिन ताजा घटनाक्रम के बाद स्टालिन पटना जा सकते हैं।
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