तमिलनाडु के राज्यपाल और एमके स्टालिन सरकार के बीच टकराव सोमवार को और बढ़ गया। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने हर साल पहले सत्र की शुरुआत में होने वाले पारंपरिक संबोधन को पढ़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद स्पीकर एम अप्पावु ने राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए भाषण का अनुवाद पढ़ा। इस भाषण में सरकार के काम की समीक्षा की गई और सत्र के एजेंडे की रूपरेखा तैयार की गई। राज्यपाल ने भाषण के अंत में राष्ट्रगान का भी इंतजार नहीं किया और गुस्से में बाहर चले गए।