तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सनातन धर्म विवाद मामले में गुरुवार को अपने मंत्री उदयनिधि स्टालिन का बचाव किया है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि उदयनिधि ने केवल 'सनातन द्वारा प्रचारित उन अमानवीय सिद्धांतों' के बारे में बात की थी जो अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के ख़िलाफ़ भेदभाव करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनका किसी भी धर्म या धार्मिक विश्वास को अपमानित करने का उनका कोई इरादा नहीं था। इसके साथ ही स्टालिन ने यह भी आरोप लगाया कि यह बीजेपी समर्थक ताक़तें थीं जिन्होंने झूठी कहानी गढ़ी है।
सनातन धर्म विवाद पर बेटे के बचाव में आए एमके स्टालिन, जानें क्या कहा
- तमिलनाडु
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- 7 Sep, 2023
उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए बयान के बाद मचे बवाल के बाद अब उनके पिता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन बचाव में क्यों उतरे? जानिए, उन्होंने क्या कहा है।

उदयनिधि स्टालिन ने कुछ दिनों पहले एक बयान में कहा था कि सनातन धर्म लोगों को जाति और धर्म के नाम पर विभाजित करता है और इसे ख़त्म करने की ज़रूरत है। विवाद बढ़ने के बाद भी अपने बयान पर कायम रहते हुए उन्होंने कहा था, 'मुझे अपने भाषण के महत्वपूर्ण पहलू को दोहराना चाहिए- मेरा मानना है कि मच्छरों द्वारा डेंगू और मलेरिया और कोविड -19 जैसी बीमारियों के फैलाए जाने की तरह ही सनातन धर्म कई सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार है।'