मद्रास हाई कोर्ट ने पूर देश में प्रवासी मजदूरों की स्थिति को 'दयनीय' व 'मानवीय त्रासदी' क़रार देते हुए कहा कि उन्हें देख कर 'आँसू नहीं थमते'।