दुनिया की 4 बड़ी एकाउंट फर्मों में से एक ई.वाई (EY) की अन्ना सेबेस्टियन की मौत पर क्या आपने कुछ पल के लिए कुछ सोचा। अगर आप उस पीढ़ी से हैं जो किसी भी जॉब में है तो आप जरूर सोचें। अगर आपके बेटे-बेटियां उस मंजिल की तरफ बढ़ रहे हैं तो आप भी सोचें। पूंजीवादी श्रम पर सवाल उठाने का समय आ गया है। जाने-माने स्तंभकार अपूर्वानंद के इस विचारोत्तेजक लेख को पढ़ कर सोचें कि असंख्य नारायणमूर्तियों के दौर में पूंजीवादी श्रम पर कैसे चोट की जा सकती है।