नूंह में हालांकि हिंसा की कोई भी ताजा घटना पिछले तीन दिनों में नहीं हुई है लेकिन जिस तरह से समुदाय विशेष के लोगों के घर, दुकानें, झुग्गियां बुलडोजर से उजाड़ी जा रही है, उससे यहां शांति लौटने की उम्मीद कम ही है। सड़कें सुनसान हैं। पुरुषों का पता नहीं है। इस बीच पुलिस ने यहां के मंदिर में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और घटना के पाकिस्तानी कनेक्शन से इनकार किया है। लेकिन पुलिस ऐसी अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई भी नहीं कर रही है।