हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य पुलिस और प्रशासन ने फैसला लिया है कि लोगों को जुलूस निकालने के बजाय पास के मंदिरों में जाना चाहिए। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, खट्टर ने कहा, " 31 जुलाई को वहां (नूंह) जिस तरह की घटना हुई, उसे देखते हुए, यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनी रहे।"
मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने नूंह में कानून व्यवस्था और परिस्थितियों को देखते हुए अपील की है कि सभी लोग अपने स्थानीय मंदिरों में जाकर जलाभिषेक और पूजा पाठ करें। यात्रा की बजाय सभी लोग अपने आसपास के मंदिरों में पूजा-अर्चना करें। #Haryana #DIPRHaryana pic.twitter.com/qvbMymw55E
— DPR Haryana (@DiprHaryana) August 27, 2023
नूंह में तनाव के बीच जलाभिषेक यात्रा निकाली जायेगी.
— Priya singh (@priyarajputlive) August 27, 2023
हरियाणा प्रशासन के अनुमति नहीं देने के बाद भी यह यात्रा 28 अगस्त को सुबह 11 बजे ही निकाली जायेगी.
तीर्थयात्रा के लिए अनुमति लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.
-विनोद बंसल, VHP नेता pic.twitter.com/NvHr1yIqRn
इरादे क्या हैं
वीएचपी और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यात्रा सुबह 11 बजे नूंह के नलहर महादेव मंदिर से निकाली जाएगी और फिर फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर और बाद में पुन्हाना के सिंगार मंदिर तक जाएगी और शाम 4 बजे समाप्त होगी। सर्व हिंदू समाज के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन कर रहे वीएचपी की युवा शाखा, बजरंग दल के सदस्यों के अनुसार, वे "सभी सावधानियां" बरत रहे हैं। गौ रक्षा दल, हरियाणा के नारायण ने कहा: “लाइसेंस वाले सभी लोग आत्मरक्षा के लिए हथियार रखेंगे।
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