भारत जोड़ो आंदोलन के नाम पर भारत तोड़ो आंदोलन चलाने जैसी मानसिकता रखने वाले कुछ लोगों ने बीते रविवार को दिल्ली में स्थित जंतर-मंतर पर नफ़रती नारे लगाए।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर मुसलमानों के ख़िलाफ़ लगाए गए नफ़रती नारों के मामले में न्यायिक हिरासत में बंद बीजेपी सदस्य अश्विनी उपाध्याय को ज़मानत मिल गई है।
राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को समान नागरिक संहिता के समर्थन में एक रैली हुई, लेकिन उसमें मुसलमानों के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक नारे लगाए गए। दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता ने इसका आयोजन किया था।
कनाडा में मुसलिम विरोधी नफ़रत में घिनौनी हिंसा की ख़बर आई है। पुलिस का कहना है कि मुसलिम के ख़िलाफ़ नफ़रत के कारण एक ट्रक चालक ने एक मुसलिम परिवार के 4 लोगों को ट्रक से कुचल कर मार डाला था।
मवेशियों के अनियंत्रित झुंड की तरह यह भीड़ भाग रही है। आप एक कोने में खड़े होकर बड़े गर्व से कह रहे हैं-हाई हेट पॉलिटिक्स। आप रौंदे जा चुके हैं, लेकिन आपको अंदाज़ा नहीं है।
तेलंगाना हाईकोर्ट ने नफ़रत फैलाने वाली सामग्री को प्लेटफॉर्म देने के लिए ट्वीटर को फटकार लगाई है। लेकिन मामला केवल ट्विटर तक सीमित नहीं है सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म पर भी यही हो रहा है। दिक्कत ये है कि जब सरकार सोई हुई है तो कौन रोकेगा? इसे वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
कोरोना संकट के दौरान देश में कई जगहों पर मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाई गई तो कई जगहों पर लोग जाति-धर्म का भेद किए बिना एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आए।
खाड़ी के देशों की तल्ख़ी के बाद भारत सरकार को क्यों बयान देना पड़ा? कोरोना की आड़ में कौन लोग इस्लामोफोबिया फैला रहे हैं? मीडिया के एक वर्ग को कब शर्म आयेगी?