खाड़ी के देशों की तल्ख़ी के बाद भारत सरकार को क्यों बयान देना पड़ा? कोरोना की आड़ में कौन लोग इस्लामोफोबिया फैला रहे हैं? मीडिया के एक वर्ग को कब शर्म आयेगी?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।