दिल्ली एनसीआर में भारी आंधी, बारिश से सोमवार को मौसम तो बदला लेकिन वो कई मुसीबतें भी लेकर आई। तमाम जगहों पर पानी भर गया है, पेड़ गिर गए हैं। इस वजह से बिजली गायब है, ट्रैफिक धीमा चल रहा है। फ्लाइट्स का ऑपरेशन भी प्रभावित हुआ है।
कई राज्यों को बारिश के कहर का सामना करना पड़ रहा है। तमिलनाडु के बाद आंध्र प्रदेश पर बारिश की मार पड़ी है। उत्तराखंड में भी बारिश के कारण काफी नुकसान हो चुका है।
मानसून अभी भी लगता है कि ख़त्म नहीं हुआ है। केरल में भारी बारिश से कई लोगों की मौत हो गई है और जन-जीवन अस्त-व्यस्त है तो उत्तर भारत में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण महाराष्ट्र के अलग-अलग ज़िलों में अब तक 149 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि 53 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के बीच भू-स्खलन से रायगढ़ ज़िले में 44 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के रत्नागिरी के चिपलुन, रायगढ़, कोल्हापुर और पुणे समेत कई ज़िलों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
मुंबई में शनिवार रात और रविवार सुबह भारी बारिश तबाही लेकर आई। दो अलग-अलग जगहों पर भवन ढहने से कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई है और अभी भी कई लोगों के फँसे होने की आशंका है।
प्रधानमंत्री मोदी की स्मार्ट सिटी की घोषणा को छोड़ दें तो उससे पहले भी मुंबई को कभी हांगकांग तो कभी शंघाई बनाने के सपने दिखाए गए। क्या बारिश के पानी में डूबा शहर स्मार्ट सिटी बन सकता है?