मुंबई में जब भारी बारिश होने लगती है तो लोग साल 2005 के मंजर को याद कर सिहर से जाते हैं। दो महीने पहले जब 3 जून को निसर्ग साइक्लोन का साया मुंबई पर था, उससे भी कहीं ज़्यादा नुक़सान बुधवार को हुआ। इसका कारण यह है कि उस साइक्लोन से ज़्यादा तेज़ तूफ़ानी हवाएँ मुंबई में चलीं।