ऐसे में जब डीपफ़ेक को लेकर देश भर में बहस चल रही है, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्रियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए सरकार अजीब क़ानून बना रही है। जानिए, कैसा होगा यह क़ानून।
बॉलीवुड के कलाकारों को निशाना बनाते हुए कई 'डीपफेक' वीडियो और फोटो वायरल हुए तो सार्वजनिक आक्रोश फैल गया। लेकिन सरकार तभी जागी जब प्रधानमंत्री मोदी का भी डीफफेक वायरल हुआ और पीएम ने सार्वजनिक रूप से इस पर टिप्पणी कर दी। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार 23 नवंबर को बैठक बुलाई।
डीपफ़ेक को लेकर जिस तरह की आशंकाएँ पहले इसके आने के साथ जताई जाने लगी थीं अब उसके ख़तरे दिखने लगे हैं। जानिए रश्मिक मंदाना के वायरल डीपफ़ेक वीडियो पर क्या चेतावनी दी गई।
यदि आप सोशल मीडिया पर अपनी तसवीर पोस्ट करते हैं तो सचेत हो जाइए। बिना आपकी जानकारी के आपकी अच्छी-ख़ासी तसवीरों की साफ़्टवेयर से नकली आपत्तिजनक तसवीर बनाई जा सकती है। ऐसे ही एक साफ़्टवेयर से 1 लाख से ज़्यादा महिलाएँ निशाना बनाई गई हैं।
डीपफ़ेक तकनीक के इस्तेमाल से आप किसी भी वीडियो में किसी के भी चेहरे पर किसी भी दूसरे शख़्स का चेहरा लगा सकते हैं। दुनिया भर में इसे लेकर चिंता जताई जा रही है।