जनता कर्फ्यू का समय रात 9 बजे तक था लेकिन लोग 5 बजे के बाद सड़कों पर निकल गये और जमकर जश्न मनाया। ऐसे हालात में कोरोना को रोके जाने की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
इटली कोरोना वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित है और शुक्रवार को वहां एक दिन में 627 लोगों की मौत हुई है। इटली में अब तक 4000 से ज़्यादा लोग इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं।
कोरोना से देश में चौथी मौत हो गई है। दुनिया भर में इस वायरस के कारण 9 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और लगभग सवा 2 लाख लोग इस वायरस की चपेट में हैं।
दुनिया मंदी की चपेट में आ चुकी है या आ रही है, इसमें अब कोई शक नहीं रह गया है। दुनिया के दो बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकर्स मॉर्गन स्टैनली और गोल्डमैन सैक्स ने भी अब मान लिया है कि कोरोना वायरस के डर से दुनिया भर में कामकाज पर जो असर पड़ रहा है, वह दुनिया को मंदी की ओर धकेल रहा है। सुनिए, क्या कहा सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी ने।
दुनिया के दो बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकर्स मॉर्गन स्टैनली और गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि कोरोना वायरस के डर से कामकाज पर जो असर पड़ रहा है, वह दुनिया को मंदी की ओर धकेल रहा है।
दुनिया भर की तरह कनाडा में भी कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो की पत्नी सोफी का कोरोना टेस्ट पॉजीटिव आया है।
कोरोना वायरस से भारत में पहली मौत हो गई है। मरने वाले शख़्स की उम्र 76 साल थी। यह शख़्स एक महीने तक सऊदी अरब में रहा था और 29 फ़रवरी को वहां से लौटा था।
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाज़ारों में हाहाकार मचा हुआ है। भारत के शेयर बाज़ार पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ा है। गुरुवार को सेंसेक्स 2707 और निफ़्टी 809 अंक तक गिर गया। ऐसे समय में निवेशक को क्या करना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने बात की सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी से।