दुनिया मंदी की चपेट में आ चुकी है या आ रही है, इसमें अब कोई शक नहीं रह गया है। दुनिया के दो बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकर्स मॉर्गन स्टैनली और गोल्डमैन सैक्स ने भी अब मान लिया है कि कोरोना वायरस के डर से दुनिया भर में कामकाज पर जो असर पड़ रहा है, वह दुनिया को मंदी की ओर धकेल रहा है। यानी अब बहस इस बात पर नहीं है कि मंदी आएगी या नहीं। इन इन्वेस्टमेंट बैंकर्स का मानना है कि मंदी तो आ ही रही है, सोचने को सिर्फ यह बचा है कि यह कितने लंबे समय तक चल सकती है और अर्थव्यवस्था को इससे कितना झटका लगेगा।

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया है और इससे अछूती वैश्विक अर्थव्यवस्था भी नहीं है। मॉर्गन स्टैनली की रिसर्च टीम का कहना है कि पूरी दुनिया मंदी की चपेट में है, यह मानकर ही आगे का हिसाब लगाया जाएगा। टीम का मानना है कि दुनिया भर की जीडीपी ग्रोथ की रफ्तार इस साल गिरकर 0.9 फ़ीसदी ही रह जाएगी। जबकि गोल्डमैन सैक्स के हिसाब से यह रफ्तार 1.25% तक रह सकती है।