जनता कर्फ्यू की अपील इसलिये की गई थी कि लोग घरों में रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब समझें। क्योंकि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने में सोशल डिस्टेंसिंग ही इकलौता हथियार है। देश के लगभग सभी शहरों में जनता कर्फ्यू शुरुआती घंटों में बेहद सफल रहा और लोग बहुत ज़रूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले। लेकिन शाम 5 बजे के बाद एकदम माहौल बदल गया और लोगों ने वो जश्न मनाया कि मानो भारत ने विश्व कप जीत लिया हो। कुल मिलाकर उन्होंने जनता कर्फ्यू की ऐसी-तैसी कर दी।