डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, चीन, रूस जैसे देशों वाले ब्रिक्स समूह को कड़ी चेतावनी दी है। तो क्या अब पश्चिम और ब्रिक्स के बीच व्यापार युद्ध की परिस्थिति बन रही है?
प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग के बीच बैठक भारत और चीन द्वारा डेपसांग मैदानों और डेमचोक क्षेत्र में गश्त के अधिकार बहाल करने पर सहमत होने के दो दिन बाद हुई है।
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका यानी ब्रिक्स देशों के अनौपचारिक समूह का शिखर सम्मेलन रूस के कज़ान में हो रहा है। जानिए, पीएम चीन के राष्ट्रपति से मिलेंगे या नहीं।
पिछले साल नवंबर में जिस तरह से जी20 वार्ता के दौरान पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संक्षिप्त बातचीत हुई थी, अब ब्रिक्स के मौक़े पर भी ऐसा ही कुछ हुआ। जानिए, क्या हैं इसके मायने।
बदले वैश्विक हालात में क्या दुनिया के बड़े संगठनों के अस्तित्व ख़तरे में हैं? इन संगठनों पर यूक्रेन संकट और भारत-चीन के बीच ख़राब रिश्तों का कितना असर पड़ रहा है?
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स के शिखर सम्मलेन के मौके पर गुरुवार को घोषणा पत्र जारी किया गया, जिसमें आतंकवाद से लड़ने पर ज़ोर दिया गया।
पाँच बड़े देशों के व्यापारिक संगठन ब्रिक्स (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) की वर्चुअल शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया और इसे दुनिया की सबसे बड़ी समस्या क़रार दिया।