यूपी लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार 25 जनवरी को शर्तों के साथ जमानत दे दी। आशीष की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी पैरवी कर रहे हैं।
लखीमपुर कांड में एक नया मोड़ । अजय मिश्रा “टेनी” के बेटे आशीष की ज़मानत पर उत्तर प्रदेश सरकार को एतराज। क्या मतलब है इसका? योगी सरकार केंद्रीय मंत्री टेनी को तेवर दिखा रही है? या टेनी के बहाने निशाना कहीं और है? आलोक जोशी के साथ शरत प्रधान, सिद्धार्थ कलहंस, ब्रजेश शुक्ला।
लखीमपुर खीरी मामले में आज 11 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने लोकल कोर्ट की रिपोर्ट की जानकारी दी। जिसमें लोकल कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि जितने गवाह और कागजात है, उसके हिसाब से इस केस की सुनवाई में 5 साल लगेंगे। आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई होनी थी। लेकिन अब इस मामले की सुनवाई 19 जनवरी को होगी।
लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के गवाहों पर तलवारों से जानलेवा हमला किया गया। आरोप है कि हमले के पीछे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के जेल में बंद बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू का हाथ है। पुलिस ने इस मामले में पीड़ितों की शिकायत तक नहीं ली। पूरा घटनाक्रम जानिएः
लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के आऱोपी आशीष मिश्रा के खिलाफ आज मंगलवार को अदालत में चार्जशीट पेश कर दी गई। आशीष केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे हैं। केस 16 दिसंबर से चलेगा।
लखीमपुर खीरी में किसानों को कार से रौंदने के मामले में अदालत ने कनिष्ठ केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा टेनी को राहत देने से कोर्ट ने क्यों इनकार किया? जानिए अदालत ने क्या कहा।
लखीमपुर कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दी .क्या अब टेनी इस्तीफा देंगे ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर.
सुप्रीम कोर्ट में आज लखीमपुर खीरी मामले की सुनवाई के दौरान एडवोकेट प्रशांत भूषण ने कहा कि गवाहों को धमकाया जा रहा है। आशीष मिश्रा को जमानत मिलने के आधार पर बाकी आरोपी भी जमानत मांग रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी आख़िर पत्रकारों पर क्यों बौखला गए? लखीमपुर खीरी में किसानों को रौंदने के मामले में फँसे उनके बेटे को लेकर क्या उनपर दबाव है?
पुलिस क्यों कह रही है कि लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से रौंदने के आरोप में गिरफ़्तार मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को अस्पताल में भर्ती कराने की ज़रूरत पड़ सकती है?
लखीमपुर में किसानों को रौंदने के मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जानिए, ये कौन हैं दो आरोपी और आशीष मिश्रा की ज़मानत याचिका का क्या हुआ।