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आशीष मिश्रा, लखीमपुर खीरी कांड का मुख्य आरोपी

'अब बीजेपी जीत गई है...' लखीमपुर खीरी कांड के गवाह को कथित तौर पर धमकाया

लखीमपुर खीरी हिंसा के गवाह को धमकाने का आरोप आज सुप्रीम कोर्ट में लगाया गया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत देने को चुनौती देने वाली याचिका पर बुधवार को सुनवाई के लिए एक बेंच का गठन करेगा। आशीष लखीमपुर खीरी हिंसा में मुख्य आरोपी है, जिसमें आठ लोग मारे गए थे। चीफ जस्टिस एन वी रमना की बेंच ने कुछ किसानों की ओर से पेश वकील प्रशांत भूषण की इस दलील पर गौर किया कि मामले के मुख्य गवाहों में से एक पर हमला हुआ था। गवाह पर हमला करने वाले लोगों ने उससे कहा कि अब बीजेपी चुनाव जीत गई है, हम तुम्हें देख लेंगे।
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प्रशांत भूषण ने कहा कि मामले के अन्य आरोपी भी मुख्य आरोपी को दी गई जमानत के आधार पर अपनी जमानत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में पहुंच गए हैं। चीफ जस्टिस रमना ने कहा कि जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस हेमा कोहली और उनकी अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच कल मामले की सुनवाई करेगी।
चीफ जस्टिस ने वकील प्रशांत भूषण से कहा कि वे कल सुनवाई के बारे में राज्य सरकार के वकील को सूचित करें। 11 मार्च को, सुप्रीम कोर्ट ने मामले में आशीष मिश्रा की जमानत रद्द करने की मांग वाली याचिका को मंगलवार को सुनवाई के लिए लिस्ट करने पर सहमति व्यक्त की थी।

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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 10 फरवरी को आशीष मिश्रा को जमानत दी थी। पिछले साल 3 अक्टूबर को, लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई थी। उस समय किसानों का आंदोलन चल रहा था। आरोप है कि एक जीप ने धरने पर बैठे किसानों को कुचल दिया था। यह भी आरोप है कि उस जीप को केंद्रीय मंत्री टेनी का बेटा आशीष मिश्रा चला रहा था।

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क़मर वहीद नक़वी
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