राजस्थान में पिछले ढाई साल से चल रही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के खेमों की सियासी लड़ाई को खत्म करने की कोशिश एक बार फिर कांग्रेस हाईकमान ने की है। कांग्रेस के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल मंगलवार को जयपुर पहुंचे और उन्होंने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के हाथ खड़े करवा कर यह संदेश देने की कोशिश की कि राजस्थान कांग्रेस में अब डैमेज कंट्रोल कर लिया गया है।
राजस्थान: क्या गहलोत-पायलट खेमों के बीच वाकई सुलह हो गई है?
- राजस्थान
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- 30 Nov, 2022
भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान से निकलने के बाद भी क्या पायलट और गहलोत खेमे एकजुट रहेंगे और वह पहले की तरह एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेंगे, इसे लेकर कोई गारंटी कांग्रेस नेतृत्व नहीं दे सकता। कांग्रेस नेतृत्व आखिर बागी और अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं करता।

लेकिन सवाल यह है कि डैमेज कंट्रोल की बात सिर्फ मीडिया के सामने तक ही सीमित है या पर्दे के पीछे भी अशोक गहलोत और सचिन पायलट के दिल मिले हैं।
केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि अब बयानबाजी करने वाले नेताओं और यहां तक कि मंत्रियों को खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी। कांग्रेस इससे पहले भी कार्रवाई की बात कह चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई होती नहीं दिखी।