बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल के अंतिम दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बारे में एक बार फिर कहा है कि आजादी की लड़ाई में उसका योगदान नहीं है। इससे पहले नीतीश कुमार संघ मुक्त भारत का नारा दे चुके हैं लेकिन बाद में भाजपा से दोबारा दोस्ती के बाद उन्होंने इस पर चुप्पी साध ली थी। सवाल यह है कि क्या संघ के बारे में इस सवाल को नैरेटिव बनाकर नीतीश कुमार घर-घर ले जाने का इरादा रखते हैं और इसमें उन्हें कामयाबी मिलेगी?