गुजरात में इन दिनों विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा में कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री के औकात वाले बयान को मुद्दा बना लिया। कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया था कि अगर वह गुजरात की सत्ता में आई तो गांधीनगर में नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम कर देगी।
गुजरात में ‘औकात’ वाले बयान को क्यों मुद्दा बना लिया मोदी ने?
- गुजरात
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- 22 Nov, 2022
कांग्रेस नेताओं के बयानों पर अगर बीजेपी को आपत्ति है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी और कई नेताओं के लिए ऐसी असंसदीय टिप्पणियां की हैं जिन्हें लेकर उनकी आलोचना क्यों नहीं होनी चाहिए?

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस ऐसा कर सकती है, मिस्त्री ने कहा था, 'हां, हम नाम बदल देंगे। हम मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे।”
इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेंद्र नगर में आयोजित जनसभा में कहा कि वह तो एक सेवादार हैं और सेवादार की कोई औकात नहीं होती। मोदी के इस बयान के बाद पूछा जा रहा है कि क्या प्रधानमंत्री एक बार फिर विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं?