मणिुपर हिंसा के बाद हालात अब कुछ बेहतर होने लगे हैं, लेकिन सवाल है कि हिंसा की असल वजह क्या है? क्या सिर्फ़ यह कि एक समुदाय को एसटी यानी अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने को लेकर अदालत का आदेश आया है? या फिर कुछ और भी वजहें हैं?
मणिपुर हिंसा: जानें तनाव की जड़ में कुकी-मेइती विभाजन कैसे
- राज्य
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- 5 May, 2023
मणिपुर में बुधवार और गुरुवार को ऐसी हिंसा हुई कि सेना बुलानी पड़ी और देखते ही गोली मारने तक के आदेश देने पड़े। आख़िर ऐसी नौबत क्यों आन पड़ी? जानें विवाद की वजहें क्या हैं।

इन सवालों के जवाब पाने से पहले यह जान लें कि राज्य में पिछले दो-तीन दिनों में क्या-क्या घटनाक्रम घटे हैं। हजारों आदिवासियों ने बुधवार को राज्य के 10 पहाड़ी जिलों में एक मार्च निकाला। इन जिलों में अधिकांश आदिवासी आबादी निवास करती है। यह मार्च इसलिए निकाला गया कि मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के प्रस्ताव का विरोध किया जाए। मेइती समुदाय की आबादी मणिपुर की कुल आबादी का लगभग 53% है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है।