हाथरस कांड की पीड़िता का मेडिको-लीगल रिपोर्ट उत्तर प्रदेश पुलिस, प्रशासन, योगी आदित्यनाथ सरकार और सत्तारूढ़ बीजेपी के बलात्कार न होने के तमाम दावों की धज्जियाँ उड़ा कर रख देता है। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि स्वंय पीड़िता ने बलात्कार किए जाने की बात कही थी, डॉक्टरों ने बलात्कार की पुष्टि की थी। इस रिपोर्ट में पुलिस का वह बहाना भी तार-तार हो जाता है कि बलात्कार नहीं हुआ था क्योंकि एफएसएल रिपोर्ट में पुरुष शुक्राणु के पाए जाने की पुष्टि नहीं हुई थी।
'द वायर' ने अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के डॉक्टरों की टीम की ओर से तैयार की गई मेडिको लीगल रिपोर्ट का अध्ययन कर एक खबर लिखी है। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पीड़िता की योनि का 'पेनीट्रेशन' हुआ था और उसके साथ बल प्रयोग किया गया था।