जसप्रीत बुमराह की पड़ोसी दीपल त्रिवेदी की क़लम से….
भूखे रहे, संघर्ष करते… जानें पड़ोसी से बुमराह के ‘हीरो’ बनने की कहानी
- सोशल मीडिया
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- 1 Jul, 2024
ट्वी20 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले और भारत से सबसे शानदार गेंदबाज़ों में से एक जसप्रीत बुमराह आख़िर यहाँ तक कैसे पहुँचे। जानिए, उनके पड़ोसी और पत्रकार दीपल त्रिवेदी ने क्या लिखा।

मेरा क्रिकेट ज्ञान शून्य है। मैं विराट कोहली को सिर्फ अनुष्का शर्मा के पति के रूप में जानती हूँ।
ख़ैर, यह पोस्ट मेरे हीरो के बारे में है। बात दिसंबर 1993 की है। तब मेरी सैलरी 800 रुपये से भी कम थी। उसी दौरान मेरी सबसे अच्छी दोस्त और पड़ोसी ने मुझे छुट्टी लेने को कहा। वह गर्भवती थी। मैं तब 22-23 साल की थी। उस दिन अहमदाबाद के पालड़ी क्षेत्र के अस्पताल में मैंने पूरा दिन नये मेहमान के इंतज़ार में बिताया। शाम में मेरी दोस्त दलजीत के पति जसबीर बाहर गए थे। तभी नर्स ने हमारा नाम पुकारा और बाद में एक बच्चा मेरे काँपते हाथों में डाल दिया। यह पहली बार था जब मैंने एक नवजात बच्चे को छुआ था। मुझे आज सिर्फ़ यह याद है कि बच्चा दुबला-पतला था। वह मुस्कुराने की कोशिश कर रहा था लेकिन वास्तव में नहीं कर पाया। नर्स ने कहा कि लड़का हुआ। वह पतला, कमजोर था। डॉक्टर उस बच्चे को मेरी गोद से ले गये। मैं और मेरी दोस्त बहुत खुश थी। मैं पहले से ही उसकी बेटी जुहिका की माँ की तरह थी।