वाट्सऐप इंडिया के प्रमुख अभिजीत बोस और मेटा इंडिया पब्लिक पॉलिसी के निदेशक राजीव अग्रवाल ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। भारत में वाट्सऐप पब्लिक पॉलिसी के निदेशक शिवनाथ ठुकराल को अब भारत में सभी मेटा ब्रांडों के पब्लिक पॉलिसी के लिए निदेशक बनाया गया है।
भारत में मेटा के बड़े अफ़सरों की यह ख़बर तब आई है जब हाल ही में मेटा ने बड़े पैमाने पर छंटनी की है। इसने दुनिया भर में क़रीब 11 हज़ार कर्मचारियों को एक झटके में निकाल दिया है। माना जाता है कि कंपनी ने यह फ़ैसला अपने खर्चों में कटौती के लिए लिया है। मेटा के साथ ही ट्विटर जैसी कंपनियाँ अपने ख़र्च में कटौती करने के लिए कर्मचारियों की छंटनी का फ़ैसला ऐसे समय में कर रही हैं जब कहा जा रहा है कि अमेरिका, यूरोपीय देश सहित दुनिया भर में आर्थिक मंदी की आशंका है। कहा जा रहा है कि आर्थिक मंदी के असर से विज्ञापनों में कटौती हो रही है और इस वजह से सोशल मीडिया कंपनियों पर असर पड़ रहा है।
बहरहाल, मौजूदा इस्तीफ़ों को लेकर मेटा ने एक बयान में कहा है कि राजीव अग्रवाल ने एक और मौक़े के लिए मेटा में अपनी भूमिका से हटने का फ़ैसला किया है। इसने भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। वाट्सऐप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने अभिजीत बोस को भारत में वाट्सऐप के पहले प्रमुख के रूप में उनके 'जबरदस्त योगदान' के लिए धन्यवाद दिया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार कैथकार्ट ने कहा, 'उनके उद्यमशीलता अभियान ने हमारी टीम को नई सेवाएँ देने में मदद की, जिससे लाखों लोगों और व्यवसायों को फायदा हुआ है। भारत के लिए वाट्सऐप बहुत कुछ कर सकता है और हम भारत के डिजिटल बदलाव को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए उत्साहित हैं।'
फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने पिछले हफ़्ते बुधवार को एक ब्लॉग पोस्ट में बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की थी। इसने जिन 11000 कर्मचारियों की छँटनी की घोषणा की वह कंपनी के कुल कर्मचारियों का क़रीब 13% है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने इसके लिए माफी मांगी थी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, मेटा कर्मचारियों को भेजे गए और कंपनी की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए बयान में जुकरबर्ग ने कहा, 'मैं इन फ़ैसलों के लिए और हम यहाँ कैसे पहुँचे, इसके लिए जवाबदेही लेना चाहता हूं। मुझे पता है कि यह सभी के लिए कठिन है, और मुझे, ख़ासकर, प्रभावित लोगों के लिए खेद है।'
मेटा प्लेटफॉर्म्स के तहत आने वाले फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप में कर्मचारियों की छंटनी की यह योजना तब आई है जब कंपनी का मुनाफा निराशाजनक रहा है और बिक्री में गिरावट आई है। माना जा रहा है कि इसी को देखते हुए कंपनी ने लागत में कटौती की रणनीति बनाई है और छंटनी इसी योजना का हिस्सा है।
सितंबर के अंत में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने कर्मचारियों को बताया था कि मेटा ने ख़र्च कम करने और टीमों को पुनर्गठित करने की योजना बनाई है। मेटा की योजना है कि 2022 की तुलना में 2023 में कर्मचारियों की संख्या कम हो।
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