वाट्सऐप पर झूठी ख़बरें फैलाने वाले दिन-रात बिना रुके, बिना थके इस काम में जुटे रहते हैं। कभी वे अपने नेता, अपनी पार्टी की तारीफ़ में झूठी ख़बरें फैलाते हैं तो कभी दो समुदायों, दो जातियों को लड़ाने के लिये यह काम करते हैं। दिल्ली में हुए दंगों के दौरान 50 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई, हज़ारों करोड़ों की संपत्ति स्वाहा हो गई, जिंदगी रुक गई लेकिन इन लोगों ने इन हालात में झूठी ख़बरें फैलाने का काम नहीं छोड़ा। इस बार उन्होंने इंटेलीजेंस ब्यूरो के नौजवान अफ़सर अंकित शर्मा की हत्या को लेकर झूठी ख़बर फैला दी।