फैक्ट चेकिंग करने वाली वेबसाइट ऑल्ट न्यूज और इसके सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ एफआईआर कराने वाले को एक हजार का इनाम घोषित किया गया है। इस अभियान को एक ट्वीट के जरिए शुरू किया गया और इसे सोशल मीडिया पर लगातार प्रचारित किया जा रहा है। दक्षिणपंथी संगठनों को ऑल्ट न्यूज मोहम्मद जुबैर लगातार खटक रहे हैं।
ट्विटर पर @arunpudur नामक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया जिसमें कहा गया है कि अगर किसी राज्य या केंद्र शासित इलाके में जो सबसे पहली एफआईआर ऑल्ट न्यूज @ALTNews और @zoo_bear (जुबैर अहमद) के खिलाफ कराएगा, उसे एक हजार रुपये का इनाम मिलेगा। उसमें कहा गया है कि अगर कोई दोनों को गिरफ्तार करा देगा तो उसे दस हजार रुपये का इनाम मिलेगा और 50 हजार उसे मिलेगा, जो जुबैर अहमद को सजा करा देगा।
इस ट्वीट में आगे लिखा गया है कि इसमें कुछ भी गैरकानूनी नहीं है। यह पुरस्कार पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर हैं। उसने अपने इनबॉक्स में एफआईआर की सूचना देने को कहा है। इस ट्वीट को अभी तक 6972 बार रीट्वीट किया जा चुका है और करीब 400 बार कोट किया जा चुका है। लेकिन इसी ट्वीटर हैंडल में बताया गया है कि कुल दो लोगों ने एफआईआर कराई है। जबकि अभियान चलाने वाले को उम्मीद है कि 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित इलाकों में एफआईआर कराई जाएगी। इस ट्वीट में सबसे ज्यादा गुस्सा मोहम्मद जुबैर पर निकाला गया है। उसमें कहा गया है कि इस शख्स का जेल में जाना अब जरूरी हो गया है।
⚠️Announcing Rewards for Legal action against @zoo_bear & @AltNews
— Arun Pudur 🇮🇳 (@arunpudur) June 14, 2022
👉🏼₹1,000 for First FIR filed against him & his portal, for each State & UT.
👉🏼₹10,000 first person to get him arrested.
👉🏼₹50,000 first person to get him convicted & get long jail time.
अरुण पुदुर नामक इस शख्स के बारे में ज्यादा जानकारी उसके ट्विटर बॉयो या अन्य जगहों पर उपलब्ध नहीं है। बॉयो में इस शख्स ने खुद को कारोबारी (एंटरप्रन्योर) लिखा है। लेकिन किसी कंपनी आदि का लिंक नहीं दिया गया है। टेलीग्राम पर अपनी प्रोफाइल का लिंक दिया गया है। वहां भी यही संदेश मौजूद है। वहां किसी तरह की जानकारी इस शख्स के बारे में नहीं है। अरुण पुदुर के ट्विटर और टेलीग्राम हैंडल को देखने से लगता है कि यह शख्स कट्टर हिन्दूत्व समर्थक है।
जुबैर के पक्ष में अभियान
दूसरी तरफ ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर के पक्ष में जबरदस्त अभियान चल रहा है। जिसमें उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर का विरोध किया गया है। तमाम लोगों ने मोहम्मद जुबैर को लोकतंत्र की आवाज बताया है। कुछ लोगों ने लिखा है कि सच का साथ देना है तो जुबैर का साथ देना है। #IStandWithZubair जैसे हैशटैग से सोशल मीडिया पटा हुआ है। रेडियो मिर्ची की आरजे सायमा ने जुबैर को असली देशभक्त बताया।
Unflinchingly and Proudly #IStandWithZubair @zoo_bear is a real patriot.
— Sayema (@_sayema) June 14, 2022
We condemn the FIR on Zubair
— Sandeep Singh (@ActivistSandeep) June 14, 2022
#IStandWithZubair
Zubair is no more an ordinary journalist. He is an institution. Imagine one man totally disrupting the hate news cycle and asking questions that create a cost for those who spread Islamophobia for a living. Clearly, @zoo_bear in the alternative media is what Ravish means for TV. https://t.co/DCLFzB7uRz
— Alishan Jafri (@alishan_jafri) June 15, 2022
— Swara Bhasker (@ReallySwara) June 15, 2022
#IStandWithZubair. We owe @zoo_bear a debt for the work he does and the courage has shown. May Almighty keep him safe.
— Aditya Menon (@AdityaMenon22) June 14, 2022
हाल ही में मोहम्मद जुबैर ने यति नरसिंहानंद समेत तीन लोगों को नफरत फैलाने वाला लिखा था। इस पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। जुबैर ने जब अदालत से इन एफआईआर को खारिज करने का अऩुरोध किया तो अदालत ने एफआईआर रद्द करने से मना कर दिया। उसके बाद ही यह अभियान शुरू हुआ था।
बता दें कि ऑल्ट न्यूज और मोहम्मद जुबैर को इंटरनेट पर फेक न्यूज, वीडियो को पकड़ने और तथ्यों की पड़ताल का विशेषज्ञ माना जाता है। ऑल्ट न्यूज ने कई बार ऐसे फैक्ट चेक करके बताए हैं, जिससे सत्तारूढ़ पार्टी को दिक्कतें हुईं। फेक न्यूज फैलाने वालों को कई बार अपने फर्जी समाचार और छेड़छाड़ कर बनाए गए फर्जी वीडियो को हटाना पड़ा। इंटरनेट पर खासतौर से खबरों की दुनिया में अब फैक्ट चेकिंग एक जरूरी हिस्सा बन चुका है। कई बार लोग अपने स्वार्थों की खातिर फेक न्यूज फैलाते हैं। ऐसे में आल्ट न्यूज अपनी भूमिका जिम्मेदारी के साथ निभाता है।
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