फेसबुक ने भारत में अपने मानवाधिकारों के प्रभाव पर जारी रिपोर्ट में जबरदस्त लीपापोती की है। इस रिपोर्ट का लंबे समय से इंतजार था। रिपोर्ट गुरुवार को जारी हुई थी, लेकिन भारतीय मीडिया में इस रिपोर्ट का विश्लेषण या अन्य कोई चर्चा अभी तक नहीं सुनाई दी। अमेरिका की टाइम मैगजीन ने इसका विश्लेषण किया है। फेसबुक की कंपनी मेटा पर भारत में दक्षिणपंथी विचारों वाली सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी से हाथ मिलाने और उसके इशारे पर तमाम तरह के बदलाव का आरोप लगता रहा है।