गुरुवार को ब्रेकिंग न्यूज़ चली कि प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार की सुबह नौ बजे देश को संबोधित करेंगे। आठ बजे रात के बजाय इस बार सुबह नौ बजे का समय तय किया गया था। शायद इस संकेत के लिए कि इस बार किसी कड़े फ़ैसले या असुविधाजनक क़दम का एलान नहीं होगा। प्रधानमंत्री के कट्टर समर्थक, जिन्हें सोशल मीडिया पर अक्सर ‘भक्त’ के रूप में संबोधित किया जाता है, उनमें भी ज़्यादातर ने इस बात की कल्पना नहीं की होगी कि प्रधानमंत्री इस बार पाँच अप्रैल को रात के ठीक नौ बजे अपने-अपने घरों की लाइट नौ मिनट बुझाने और बालकनी या घर के बाहर खड़े होकर दीया, मोमबत्ती या टॉर्च आदि जलाने की देशवासियों से अपील करेंगे! पहले अंधेरा कीजिए, फिर टिमटिमाती-सी रोशनी कीजिए! जिनकी छत के साथ बालकनी नहीं होगी या जिनके पास छत ही नहीं होगी, वे क्या करेंगे?