हरियाणा विधानसभा चुनाव में जब किसी दल को अपने बल पर बहुमत नहीं मिला तो अचानक 24 अक्तूबर की शाम विधायकों के बीच एक नाम उछला-गोपाल गोयल कांडा। कुछ ही देर बाद टीवी चैनलों में गोपाल कांडा की एक तसवीर सामने आई, जिसमें वह कई निर्दलीय विधायकों के साथ किसी चार्टर्ड प्लेन में बैठे हुए थे।

बीजेपी वालों को थोड़ी शर्म ज़रूर आई। इसलिए नहीं कि गीतिका के भाई ने बयान दे दिया। इसलिए कि देश के कई न्यूज़ चैनल, जो हर घंटे-मिनट सरकार का ढोल पीटते रहते हैं, उन्होंने भी गोपाल गोयल कांडा के सहयोग से हरियाणा में बीजेपी सरकार बनाने के 'प्रोजेक्ट' पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे।