आज सुबह जब मैं अपनी गाड़ी से निकला तो मैंने पाया कि काफ़ी कुछ नज़ारा बदला हुआ है। सभी सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। इनसान और जानवर दोनों ही सड़कों से नदारद थे। एक महामारी ने सब कुछ पलट कर रख दिया। कभी न रुकने वाले इंसानी क़दमों में तो जैसे बेड़ियाँ ही पड़ चुकी हैं। चीन के एक शहर वुहान से पूरे विश्व के कोने-कोने में पहुँची कोविड-19 नाम की इस बीमारी ने तो ज़िंदगी के मायने ही बदल दिये।