राजस्थान में बीजेपी में असंतोष बढ़ने लगा है। ऐसा लग रहा है कि कुछ नेता लोकसभा चुनावों के नतीजों का इंतजार कर रहे थे। चुनावों में ग्यारह सीटों की हार ने ऐसे नेताओं के दिल के दर्द को सामने रख दिया है। राजपूत नेता देवी सिंह भाटी ने राजपूत नेता राजेन्द्र सिंह राठौड़ पर तीखा हमला करते हुए चुनावों में हार के लिए सबसे बड़ा कारण बताया है। झुंझुनूं में चुनाव हारने वाले शुभकरण चौधरी का साफ तौर पर कहना है कि वोटिंग के एक दिन पहले भी अग्निवीर योजना पर बीजेपी समीक्षा करने जैसा बयान दे देती तो चुनाव बदल जाता। भजनलाल सरकार में मंत्री झाबर खर्रा ने भितरघात और उम्मीदवारों के चयन को निशाने पर लिया है।