राजस्थान में छह महीने की भजनलाल सरकार को तगड़ा झटका लगा है। विधानसभा का बजट सत्र शुरू होते ही वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री और मीणा जाति के कद्दावर नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यशैली के खिलाफ बगावत भी कहा जा रहा है। हालाँकि बाबा किरोड़ी लाल का इस्तीफा मुख्यमंत्री ने मंजूर नहीं किया है लेकिन बाबा के नजदीकी सूत्रों ने कहा है कि अब चाहे जितनी भी मान मनौव्वल की कोशिश हो मीणा मानने वाले नहीं हैं। पिछले दिनों वह दो दिन दिल्ली में थे। लेकिन पता चला है कि महामंत्री स्तर के नेता भी मुलाकात का समय नहीं दे पाए। इससे भी वह खिन्न थे। तो दिल्ली में बात बनी नहीं और जयपुर आते ही बाबा ने खुद ही एक टी वी चैनल से कह दिया कि उन्होंने सात दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था लिहाजा वह भजनलाल मंत्रिमंडल की बैठक में शरीक नहीं हुए।
भजनलाल के ख़िलाफ़ बग़ावत है किरोड़ी लाल का इस्तीफा?
- विश्लेषण
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- 29 Mar, 2025

सवाल उठता है कि जब पांच सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव अगले दो तीन महीनों में होने की संभावना है तो बाबा का इस्तीफा क्या बीजेपी आलाकमान को मुश्किल में डालने वाला नहीं है?
बड़ा सवाल उठता है कि जब सात दिन पहले इस्तीफा दे दिया गया था तो विधानसभा सत्र के चलते इसे मीडिया के सामने खुद ही क्यों लाया गया। अगर इस्तीफे के पीछे भजनलाल से नाराजगी नहीं है तो विधानसभा सत्र के बीच में इस्तीफा दे कर मुख्यमंत्री के लिए सियासी सिरदर्द क्यों पैदा किया गया। कांग्रेस वैसे ही राज्य की बीजेपी सरकार पर हमलावर हो रही है। लगातार दो बार सभी पच्चीस लोकसभा सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार ग्यारह सीटें हारी है और कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है।