राजनीति में तीन बातों का बड़ा महत्व होता है - पद , मद और कद। जिसको पद का मद हो जाता है उसका कद अपने आप ही कम हो जाता है । यह बात राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे ने कही है। नाम किसी का भी नहीं लिया गया है लेकिन इशारा किस तरफ है यह बात किसी को बताने की जरूरत नहीं है। जाहिर है कि वसुंधरा राजे की आला कमान के प्रति नाराजगी एक बार फिर सामने आई है। तो क्या यह माना जाए कि वसुंधरा राजे ने एक बार फिर अपने बगावती तेवर दिखाए हैं। क्या एक बार फिर वसुंधरा राजे ने उनकी हो रही उपेक्षा को पद , मद और कद के त्रिकोण से जोड़कर सामने रखने की कोशिश की है।