अजमेर शरीफ के नीचे मंदिर होने का दावा भले ही हिंदु सेना ने किया हो लेकिन अब बीजेपी का इसके पीछे का एजेंडा सामने आ गया है . वैसे भी अजमेर से सटा  ब्यावर और भीलवाड़ा संघ परिवार की बरसों से प्रयोगशाला रहा है. सूफी संत की दरगाह पर दावे से पहले अजमेर में राजस्थान पर्यटन विकास निगम के होटल खादिम का नाम बदलकर अजयमेरु होटल किया गया. बीजेपी ने नेता यह कहने से नहीं थकते कि अजमेर का असली नाम तो अजयमेरु था जिसे मुगलों ने बदल कर अजमेर कर दिया था.