पिछले हफ़्ते ही राजस्थान के अनूपगढ़ में एक रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वादा किया कि अगर पार्टी केंद्र में सरकार बनाती है, तो वह 'युवा विरोधी' अग्निपथ योजना को खत्म कर देगी। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी नेता हनुमान बेनीवाल ने इस मुद्दे पर कई विरोध प्रदर्शन किए हैं और इस मुद्दे को अपने चुनावी भाषणों में उठाया है। तो सवाल है कि आख़िर विपक्षी नेताओं द्वारा इस मुद्दे के उठाए जाने का लोकसभा चुनाव में क्या असर हो सकता है?