राजस्थान के जालौर मामले में पुलिस का कहना है कि वहां कोई मटका या मटकी नहीं मिली है। सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के छात्रों का कहना है कि वे लोग स्कूल की टंकी से पानी पीते थे। हालांकि जो कमरा स्कूल टीचर छैल सिंह का बताया गया, वहां मटका रखने की जगह मिली लेकिन मटका नहीं था। यह सारी जानकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) रवि प्रकाश ने सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में दी है। इस रिपोर्ट से यही ध्वनि निकल रही है कि स्कूल में टीचर के पीटने से किसी छात्र की मौत नहीं हुई है। दलित संगठनों ने इस पुलिस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि हमारा शुरू से आरोप है कि पुलिस और सवर्ण समाज इस मामले को मिलकर दबा रहा है।
जालौर कांडः एडीजीपी भी 22 दिन बाद मटका तलाशने पहुंचे
- राजस्थान
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- 29 Mar, 2025
राजस्थान के जालौर में दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की मौत का मामला पूरी तरह दबाने की कोशिश जारी है। राजस्थान सरकार ने एडीजीपी से जांच कराई, उन्होंने भी वही बाते कहीं, जो मीडिया का खास वर्ग कई दिनों से कह रहा था।
