राजस्थान के जालौर मामले में पुलिस का कहना है कि वहां कोई मटका या मटकी नहीं मिली है। सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के छात्रों का कहना है कि वे लोग स्कूल की टंकी से पानी पीते थे। हालांकि जो कमरा स्कूल टीचर छैल सिंह का बताया गया, वहां मटका रखने की जगह मिली लेकिन मटका नहीं था। यह सारी जानकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) रवि प्रकाश ने सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में दी है। इस रिपोर्ट से यही ध्वनि निकल रही है कि स्कूल में टीचर के पीटने से किसी छात्र की मौत नहीं हुई है। दलित संगठनों ने इस पुलिस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि हमारा शुरू से आरोप है कि पुलिस और सवर्ण समाज इस मामले को मिलकर दबा रहा है।