शशि थरूर ने रविवार को कहा है कि उदयपुर के चिंतन शिविर में अलग-अलग विचारों पर जोरदार बहस हुई और एक सौहार्दपूर्ण समाधान मिल गया है। उन्होंने कहा है कि चर्चाओं में पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की शानदार मिसाल दिखी।
उन्होंने एक तसवीर को साझा करते हुए ट्वीट किया है, 'कल रात हमारे विचार-विमर्श के स्थगित होने के बाद राजनीतिक समिति के कुछ सदस्य ग्रुप फोटो के लिए जुटे। चर्चाएँ आंतरिक-पार्टी लोकतंत्र का एक मजबूत मिसाल थीं: विचार जोश-खरोस से भरे हुए थे और सौहार्दपूर्ण समाधान मिले।'
Some members of the Political Committee gathered for a group photo after our deliberations adjourned last night. The discussions were a robust example of inner-party democracy in action: views passionately debated & amicable solutions found. @INCIndia pic.twitter.com/cdnBLyiIlq
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 15, 2022
थरूर उस राजनीतिक समिति के सदस्य हैं जिसके संयोजक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे हैं। शशि थरूर का यह ट्वीट तब आया है जब राजस्थान के उदयपुर में चल रहे चिंतन शिविर को कांग्रेस के भविष्य की राजनीति के लिए काफ़ी अहम माना जा रहा है। खासकर इसलिए भी कि हाल में कांग्रेस में अंदरुनी बयानबाजी का एक लंबा दौर चला है। पार्टी के नेताओं ने मीडिया में आकर तरह-तरह के बयान दिए हैं।
इस मामले में ख़ासकर जी-23 के नेता आगे रहे हैं। जी-23 गुट के नेता हाल ही में चुनावी राज्यों में हार के बाद कांग्रेस नेतृत्व पर तमाम तरह के सवाल खड़े करते रहे हैं। यह वही जी-23 गुट है जिसने साल 2020 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व के कामकाज को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने बड़े पैमाने पर पार्टी में सुधारों की मांग की थी।
जी-23 गुट के प्रमुख नेताओं में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे नेताओं के साथ शशि थरूर भी शामिल हैं।
शशि थरूर ने अब कहा है कि 'नव संकल्प चिंतन शिविर' एम पल्लम राजू और मणिशंकर अय्यर सहित देश भर के पार्टी सहयोगियों के साथ जुड़ने का एक उत्कृष्ट अवसर था।
The #NavSankalpChintanShivir was an excellent opportunity to catch up w/ party colleagues from across the country, including @DrMdJawaid1 @Pallamrajumm @jigneshmevani80 @BhaiJagtap1 @ManiShankarAiya r &other friends w’out @Twitter handles! pic.twitter.com/8edMa5tCuA
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 15, 2022
कहा जा रहा है कि मुमकिन है कि शिविर में पार्टी संगठन के ढांचे में मूलभूत बदलाव के लिए उन सुझावों पर भी विचार हो जो पार्टी नेताओं के साथ घंटों की मैराथन बैठक में प्रशांत किशोर ने पेश किए थे।
शुक्रवार से शुरू हुए 'चिंतन शिविर' में चर्चा रविवार को समाप्त होगी। इस शिविर का निष्कर्ष एक घोषणा के रूप में दर्ज किया जाएगा। घोषणा के मसौदे पर रविवार को यहां होने वाली कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में चर्चा की जाएगी।
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