राजस्थान कांग्रेस में चल रही राजनीतिक उठापटक और राज्य सरकार पर गहराए संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इस सबके पीछे बीजेपी का हाथ है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमारे पास ख़रीद-फ़रोख्त के सबूत हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों को पैसे का लालच दिया गया और कुछ साथी बीजेपी के झाँसे में आ गए।
गहलोत ने कहा, 'हॉर्स ट्रेडिंग कर रहे हैं वो लोग। सरकार गिरा रहे हैं। राजस्थान में भी कर्नाटक, मध्य प्रदेश जैसा खेल खेला जा रहा है।' उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि 20 करोड़ का सौदा किया जा रहा था। उन्होंने मोदी सरकार पर लोकतंत्र को ख़त्म करने का आरोप लगाया और कहा, 'लोकतंत्र को ख़त्म करने वाले दिल्ली में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सोने की छुरी प्लेट में खाने के लिए नहीं होती।
सचिन पायलट को लेकर अशोक गहलोत ने इशारों में कहा, 'मैं 40 साल से राजनीति में हूँ, हम नई पीढ़ी से प्यार करते हैं, भविष्य उनका होगा...।' उन्होंने कहा कि जो ये कहते हैं कि हम पसंद नहीं करते यह ग़लत है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, 'राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी, प्रियंका गाँधी, अशोक गहलोत पसंद करते हैं। गवाह है, जब हमारी मीटिंग होती है तो मैं यूथ कांग्रेस के लिए एनएसयूआई के लिए लड़ाई लड़ता हूँ।'
सचिन पायलट की अच्छी अंग्रेज़ी बोलने और बाइट देने की ख़बरों को लेकर गहलोत ने कहा, 'अच्छी अंग्रेज़ी बोलना, अच्छी बाइट देना और खूबसूरत होना सब कुछ नहीं है। देश के लिए आपके दिल के अंदर क्या है, आपकी विचारधारा, नीतियाँ और प्रतिबद्धता, सब कुछ मायने रखता है।'
गहलोत ने आगे कहा, 'अब जो हुआ मानेसर, गुरुग्राम वाला खेल वो उस समय होने वाला था, रात को दो बजे इन्हें रवाना किया जा रहा था। सफ़ाई वो ही लोग दे रहे थे जो षडयंत्र में शामिल थे। हमारे यहाँ पीसीसी चीफ़, उप मुख्यमंत्री मुझ से डील कर रहे थे, मोबाइल नंबर दीजिए, नाम दीजिए...।'
बता दें कि राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक घमासान के बीच सचिन पायलट ने साफ़ तौर पर कहा है कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे और पार्टी नेतृत्व के सामने उनकी छवि को ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी भी कांग्रेसी हैं।
इधर राजनीतिक गहमागहमी के बीच कांग्रेस ने सचिन पायलट और दूसरे बाग़ी विधायकों को अयोग्य घोषित कराने की मुहिम शुरू कर दी है। कांग्रेस की शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष ने 19 विधायकों को नोटिस जारी किया है और उन्हें शुक्रवार तक जवाब देने को कहा गया है। इससे पहले मंगलवार को सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष पद भी छीन लिया गया। उनके साथ दो और मंत्रियों पर भी कार्रवाई की गई है।
अपनी राय बतायें