जाने-माने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। कनाडा से चल रहे इस गैंग ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। पंजाब पुलिस के डीजीपी वीके भवरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
सिद्धू मूसेवाला की रविवार शाम को 5.30 बजे के आसपास कुछ हमलावरों ने हत्या कर दी थी।
उर्फ सिद्धू मूसेवाला पर यह हमला तब हुआ था जब वह अपने दो दोस्तों के साथ अपने गांव से पड़ोस के गांव जवाहर के की ओर जा रहे थे।
इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिससे पता चला है कि सिद्धू मूसेवाला का हमलावरों ने पीछा किया था।
पुलिस का कहना है कि घटना के दौरान सिद्धू मूसेवाला अपने चचेरे भाई गुरप्रीत सिंह और दोस्त गुरविंदर सिंह के साथ थे। घटना के दौरान सिद्धू मूसेवाला ही कार चला रहा था।
डीजीपी वीके भवरा ने कहा कि एक गाड़ी सिद्धू मूसेवाला के पीछे थी जबकि 2 गाड़ियां सामने से आईं।
इसके बाद सिद्धू मूसेवाला पर फायरिंग हुई और अस्पताल में उन्हें ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सिद्धू मूसेवाला पर 30 गोलियां चलाई गई।
डीजीपी भंवरा ने कहा कि घटना वाले दिन सिद्धू के पास पंजाब पुलिस के दो कमांडो थे लेकिन जब वह घर से निकले तो उन्हें घर पर ही छोड़कर गए थे। उन्होंने कहा कि सिद्धू मूसेवाला के पास प्राइवेट बुलेटप्रूफ गाड़ी थी लेकिन वह उसे भी नहीं ले गए थे।
सिद्धू मूसेवाला के साथ यह वारदात पंजाब सरकार के द्वारा कई लोगों को दी गई सुरक्षा को वापस ले जाने के अगले ही दिन हो गई।
मिड्डूखेड़ा की हत्या का मामला
पंजाब पुलिस ने कहा है कि यह घटना गैंगवार का नतीजा हो सकती है। सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर शगनप्रीत का नाम पिछले साल हुए विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या के मामले में सामने आया था और मूसेवाला की हत्या विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए की गई है।
पंजाब पुलिस की एसआईटी इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है। हालात को देखते हुए मानसा में पुलिस का पहरा सख्त कर दिया गया है।
सिद्धू मूसेवाला मानसा जिले के मूसा गांव के रहने वाले थे और उनका असली नाम शुभदीप सिंह था। लेकिन वह सिद्धू मूसेवाला नाम से युवाओं के बीच जबरदस्त लोकप्रिय थे। उन्होंने कुछ ही सालों के अंदर बड़ा नाम और शोहरत हासिल कर ली थी।
मान सरकार निशाने पर
सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर पंजाब में राजनीतिक दलों ने आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि भगवंत मान सरकार ने अगर नेताओं की सुरक्षा वापस नहीं ली होती तो सिद्धू के साथ ऐसा नहीं हुआ होता।
चुनाव लड़ा था
सिद्धू मूसेवाला पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्होंने विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन उन्हें मानसा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉ. विजय सिंगला ने हराया था।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि मूसेवाला की हत्या के दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने के लिए भी कहा है।
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