नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस की प्रधानगी से दिया अपना इस्तीफा तो वापस ले लिया लेकिन साथ ही अपनी ही पार्टी की सरकार को चुनौती देते तथा ललकारते हुए कोप भवन में भी चले गए। पिछले दिनों वह मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ केदारनाथ धाम की यात्रा पर गए थे। तब कहा गया था कि दोनों के बीच 'समझौता' हो गया है। जिसके तहत, अगर आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बहुमत में आती है तो ढाई साल के बाद सिद्धू को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलेगी। चन्नी--सिद्धू मिलकर चलेंगे और एकजुट होकर चुनाव प्रचार करेंगे। लेकिन हफ्ता भी नहीं बीता कि आलम बदल गया।