पंजाब में तीन महीने के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे ठीक पहले प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के कारण पार्टी मुसीबत में फंसती जा रही है। सिद्धू की वजह से ही पार्टी ने अपने पुराने वफादार नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को खो दिया लेकिन अब सिद्धू नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के पीछे पड़े हुए हैं।
भूख हड़ताल वाले बयान को लेकर सिद्धू के ख़िलाफ़ पंजाब कांग्रेस में नाराज़गी
- पंजाब
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- 27 Nov, 2021
पंजाब में विधानसभा चुनाव मुंह के सामने हैं। लेकिन सिद्धू ने पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी की हुई है। इससे उनके खिलाफ कांग्रेस नेताओं में नाराज़गी बढ़ रही है।

बेअदबी मामले और ड्रग्स से जुड़ी रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग करते हुए सिद्धू ने कुछ दिन पहले कहा था कि अगर इन रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया तो वे अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
कांग्रेस के विधायक कुलबीर सिंह ज़ीरा ने न्यूज़ 18 से कहा, “सिद्धू की ओर से उठाए जा रहे मुद्दे सही हो सकते हैं लेकिन इसके लिए पार्टी का प्लेटफ़ॉर्म सही जगह है। पार्टी अध्यक्ष होने के कारण वह सीधे इन्हें मुख्यमंत्री के सामने उठा सकते हैं।”