पिछले साल दिसंबर के महीने में लुधियाना में एक अदालत के परिसर में हुए बम धमाके के मामले में अभियुक्त और आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया को एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट से हुई है। हरप्रीत सिंह पंजाब के अमृतसर का रहने वाला है और उस पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा गया था।
बम धमाके के बाद से ही एनआईए उसकी तलाश में थी और कुछ दिन पहले वह जैसे ही क्वालालामपुर से आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंचा तो एनआईए ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
अदालत परिसर में हुए इस बम धमाके में एक शख्स की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हो गए थे। तब खुफिया एजेंसियों ने पंजाब सरकार को चेताया था कि पंजाब में इस तरह के और हमले हो सकते हैं। पंजाब को कश्मीर से भी ज्यादा नाजुक बताया गया था।
कई मामलों में वांछित
एनडीटीवी के मुताबिक, एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि लखबीर सिंह रोडे के निर्देश पर ही हरप्रीत सिंह ने पाकिस्तान से भेजी गई आईईडी की डिलीवरी करने में भूमिका निभाई थी। एनआईए ने कहा है कि हरप्रीत सिंह कई मामलों में वांछित था और हथियारों, गोला बारूद और नशे की तस्करी में शामिल रहा है। माना जा रहा है कि उससे पूछताछ में लुधियाना के बम धमाके को लेकर और जानकारी मिलेगी।
इस बम धमाके में जिस शख्स की मौत हुई थी, उसके बारे में पंजाब पुलिस ने कहा था कि धमाके में मारा गया शख्स ड्रग्स से जुड़े कुछ कागजातों को नष्ट करना चाहता था। इस शख्स का नाम गगनदीप सिंह था और वह पुलिस महकमे में हेड कांस्टेबल के पद पर ड्यूटी कर चुका था।
उसे 2019 में नौकरी से निकाल दिया गया था और इसके बाद वह ड्रग तस्करी के एक मामले में 2 साल तक जेल में भी रहा था। बीते साल सितंबर में ही वह जेल से बाहर आया था। पुलिस ने बताया था कि गगनदीप सिंह के लिंक खालिस्तानी संगठन, ड्रग्स माफ़ियाओं के साथ थे।
आतंकवाद का शिकार रहा है पंजाब
पंजाब लंबे वक्त तक आतंकवाद का शिकार रहा है। इसकी लंबी सीमा पाकिस्तान से मिलती है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पर हमेशा यह आरोप लगता रहा है कि वह पंजाब का माहौल खराब करना चाहती है और सीमा पार से लगातार नशे और विस्फोटक पदार्थों को पंजाब में भेजती है।
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