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खालिस्तान का समर्थक अमृतपाल सिंह ने अब एक और वीडियो जारी कर कहा है कि वह जल्द ही सबके सामने आएगा। पंजाब पुलिस से भागते हुए जारी किए गए अपने दूसरे वीडियो में वारिस पंजाब दे प्रमुख ने पहले वीडियो में किए गए आह्वान को फिर से दोहराया है कि अकाल तख्त जत्थेदार सरबत खालसा (सिखों की सभा) आयोजित करे।
पिछले 13 दिन से पुलिस को चकमा दे रहे कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह ने गुरुवार को जारी वीडियो में कहा है कि वह जल्द ही सार्वजनिक रूप से सामने आएगा और देश से बाहर नहीं जाएगा। उसने कहा है कि '20-22 मील चलना और दिन में केवल एक बार भोजन करना आसान नहीं है। इन दिनों गुजारा करना मुश्किल है। लेकिन मैं संगत से उच्च मनोबल बनाए रखने का अनुरोध करता हूं।'
वीडियो में उसने कहा है, 'जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी हरप्रीत सिंह को सरबत खालसा के लिए एक कॉल देना चाहिए। यदि वह आह्वान नहीं करते हैं, तो यह इस बात की भी परीक्षा है कि अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह समुदाय के लिए कुछ करने को लेकर कितने गंभीर हैं। उन पर एक परिवार के बहकावे में आकर राजनीति करने के भी आरोप हैं। ऐसे आरोपों से बाहर आने का भी समय आ गया है।'
अमृतपाल सिंह 18 मार्च को उसके और उसके खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे संगठन के सदस्यों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद लापता हो गया था। अकाल तख्त के जत्थेदार ने भगोड़े अमृतपाल सिंह को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने और जांच में सहयोग करने के लिए कहा है।
हालाँकि अमृतपाल ने वीडियो में अलग राज्य या खालिस्तान का कोई ज़िक्र नहीं किया। लेकिन वह कई मौक़ों पर सिखों के लिए एक अलग देश के आह्वान का समर्थन करता रहा है। पिछले महीने एक पुलिस स्टेशन पर सशस्त्र हमले के लिए वह वांछित है। उसने और उसके समर्थकों ने एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई के लिए अमृतसर के पास अजनाला पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था। तब से उसे गिरफ़्तार नहीं किया जा सका है।
बता दें कि पिछले हफ्ते पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस को फटकार लगाते हुए सवाल किया था कि अमृतपाल सिंह उन्हें बार-बार कैसे चकमा दे सकता है। उसने कहा था, 'आपके पास 80,000 पुलिस वाले हैं। वे क्या कर रहे थे। अमृतपाल सिंह कैसे बच निकला?' हाईकोर्ट ने इसे खुफिया विफलता बताया था।
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